क्या आपको पता है की आप जब दुखी होते हो तोह आप गाने के शब्द को समझते हो। और वही आप खुश होते हो तोह तुम गाने के मुसिक (संगीत ) का आनंद उठाते हो। यह आप को कब समझ मैं याया
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आपने जीवन मैं उदासी और खुसी दोनों होती है। यह अपने दोनों जीवन के हिस्से है। पर ऐसा क्यों होता है क्या आप जानते है। की जब भी हम ज्यादा आनंद मैं होते है तो हमे ज्यादा कुछ याद नहीं रहता बस हम उसे जीना चाहते है। और जब हम कुछ दर्द और दुःख मैं होते है तब उसके अलग होता है। और हम किसी भी चीज़ को बारीकी से देखते है सोचते है ऐसा क्यों हुआ क्या हुआ हम तुलना करने लगते है चीज़ो से इसी वजह से हम दुःख जब गाने सुनते है तब हम उसे समझना चाहते है। और उसके शब्द समझाना चाहते है।
मैंने पाया की गीत का असली आनंद लेना है तोह उसे एक एक शब्द को धन से समझ लेना ध्यान से सुनो हर गीत मैं आपको जीवन के गहरे अर्थ छुपे समझ आएंगे और संधान मिल जायेगा हम आपने जीवन के खुद मोटिवेटर है सिर्फ हमे समझने की जरूरत है।
2. ज्यादा तर लोग ऐसे लोगो पर अधिक ध्यान देते है। जो उन्हें नजर अंदाज करते है और जो उन्ह पर ध्यान देते है उसे नजर अंदाज करते है|
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ज्यादा तर ऐसा क्यों होता है की हम अक्सर ऐसे लोगो को नजर अंदाज करते है जो हमे अधिक ध्यान देता है और उसे जो हमे नजर अंदाज करते है उसे ज्यादा ध्यान देते है। यह तोह अपनी अपनी नजर अंदाज होता है लेकिन ऐसा इस लिए होता है की अक्सर हम ऐसे चीज़े के बारे मैं सोचते है। जो हमरी है ही नहीं और औ हमरे पास नही। ऐसे चीज़े के बारे मैं हम ज्यादा सोचते है। क्यों की असल मैं औ हमरी है ही नहीं हम उसे अपनन कहते है उसे अपना करना कहते है। सब कुछ उसके बारे मैं क्यों की मनुष्य ऐसा होता है जिसके पास लालच की कोई कमी नहीं होती। जो है उसी मैं उसे और अलग कुछ चाहिए होता है क्यों की औ वैसा सोचता है कंपरे करता है।
जो हमरे पास होती है उसे औ नजर अंदाज करता है क्यों की उसे उस चीज़ की वैल्यू कदर नहीं होती उसे पता होता है ये हमरे पास है। उसकी वैल्यू हमसे काम ह। और उसे उसकी वैल्यू नहीं होती मनुष्य ज्यादा तर नेगटिव चीज़ो की तरफ ज्यादा आकर्षक होता है जो की उसे बाद मैं उसे हर्ट करती है। जीवन मैं समाधान उसी चीज़ मैं है जो हमरे पास है जो नहीं है उसके बारे मैं सोच के क्यों हम ज्यादा नर्वस रहते है।
3. क्या आपको पता है। या महसूस हुआ है की आप के साथ कुछ आछा होने वाला है या कुछ बुरा होने वाला है। और मजे की बात वैसा आप के साथ हो भी जाता है।

subconscious
ऐसा इस लिए होता है आपका subconscious mind(अवचेतन मन ) किसी भी घटना के होने से पाहिले ही आपको वाइब्स या सिग्नल देना शुरू कर देता है इस लिए ऐसा होता है। क्यों की ये subconscious मन उन भावना औ ,इच्छा औ तथा कल्पना औ को संघटित जो मानव के वेवहार को अचेतन के भांती आद्न्यात रूप से प्रभावित करती रहने पर भी अपने चेतना की पहुंच के बहार नहीं है और उनको वह अपनी भावनाओ इच्छावो तथा कल्पनाओ के रूप से स्वीकार करता है।
4. क्या हमरे दीमक मैं कई हिस्से बंद पड़े हुए है। जी हा सही सुना आपने हमरे दीमग मैं कई ऐसे हिस्से है जो बंद पड़े हुए है।

psychology facts
क्या हमरे दीमक मैं कई हिस्से बंद पड़े हुए है। जी हा सही सुना आपने हमरे दीमग मैं कई ऐसे हिस्से है जो बंद पड़े हुए है। और वो हिस्से तभी खुलते है जब हम दीमग से कसरत करवा लेते है। इसका कहने का मतलब यह है की आप जितना ज्यादा सिखाते चले जाओगे, जितना अधिक दीमक का इस्तेमाल करके उससे काम करवाओ उतनी ही तेजी से आपके दीमक के बंद हिस्से खुलने शुरू हो जायेंगे और आपका दीमग तेज होना शुरू हो जायेगा।
इसलिए लगातार कुछ नया पढ़ते जाईये या कुछ नया सकते जाइये।
इसलिए लगातार कुछ नया पढ़ते जाईये या कुछ नया सकते जाइये।
5. जब तक वे आपके प्रति ऐसा महसूस न करें, तब तक किसी से बहुत अधिक आसक्त न हों, क्योंकि एक तरफा अपेक्षाएं आपको मानसिक रूप से नष्ट कर सकती हैं|

psychology facts in hindi
जी हां आप ने सही सुना की जब तब ओह आप के प्रति उतना ही आसक्त न हो जितना आप है। क्यों की अक्सर ऐसा होता है की एक तरफ़ा अपेक्षाएं हमेशा आपको मानसिक रूप से नष्ट कर सकती हैं| क्यों की हम यह उससे पाहिले ही कर बैठते है और बाद मैं सोचते बैठते है इसी लिए कहा जाता है की जब तक वे आपके प्रति ऐसा महसूस न करें, तब तक किसी से बहुत अधिक आसक्त न हों, क्योंकि एक तरफा अपेक्षाएं आपको मानसिक रूप से नष्ट कर सकती हैं|
आपका महत्व पूर्ण समय देने के लिए धन्यवाद और हमारा सारा प्रयास रहा है की सब बाते आसान तरीके से समझे जाये । आज हम ने ऐसा कुछ psychology के कुछ फैक्ट्स सीखे जो आप को अचे लगे तोह हमे इंस्टा ग्राम पे या अन्य साइट पे फॉलो कर सकते है। और ऐसे ही नए नए फैक्ट्स या अन्य कुछ जानकारिया हम आप के लिए लेके आएंगे धन्यावद।

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